Big Whole in Bikaner: आखिर बीकानेर में क्यों धंसी 70 फीट जमीन ? जानिए इसकी सचाई | Lok Sabha election 2024

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राजस्थान मे खुला पाताल लोक ?

राजस्थान में बने पाताल के द्वार राजस्थान के बीकानेर में रहस्यमय तरीके से रेतीली जमीन पर एक हिस्सा 70 फीट धस गया और लगातार धस जा रहा है रेत रिस रिसक जमीन में समाती जा रही है जिससे इस धरती पर जमीन की खबर लग रही है कि वो वो यह नजारा जिसे जिसे खबर लग रही है वो इस तस्वीर को इस नजारे को देखने के लिए पहुंचता है।

अचानक से अफवाह फैली की बीकानेर के लूण कर सर में रातों-रात करीब डेढ़ बीघा जमीन 70 फीट अंदर नीचे पाताल की ओर धस गई लोगों ने इस गड्ढे को देखा तो सभी हैरत में पड़ गए और सवाल सबके मन में ये आने लगा कि ये जमीन आखिरकार धसी क्यों ?

जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम को बुलाया गया :

इस गढ्ढे की जांच के लिए जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम को बुलावा भेजा गया है लोगों को सहजरासर गांव जाने से फिलहाल रोक दिया गया है ।

सहजरासर गाँव के लोग दर रहे :

आसपास के लोग अभी तक खौफ में है डर में हैं उन्हें लग रहा है कि धीरे-धीरे उनका पूरा का पूरा गांव पाताल में समा जाएगा जमीन में समा जाएगा ।

आप देखिए कैसे गांव की रोड का जो ओर छोर है व इस गड्ढे में समा गया है अंदर घुस गया है।

लोगों के अनुमान इस गढ्ढे को लेकर :

अब लोगों का अनुमान है कि शायद पुराने वक्त में इस जगह पर कोई वाटर लॉगिंग होगी कोई बड़ा कुआं वहां पर रहा होगा जिसकी वजह से जमीन धंस रही है और इस तरीके का हादसा हुआ है ।

हालांकि कुछ लोग इसे प्राकृतिक आपता भी कह रहे हैं यानी कि जितने मुंह उतनी बातें वो कहते हैं ना एक पुरानी कहावत है कि जितने मुंह उतनी बातें एकदम वैसा ही हो रहा है

इन तस्वीरों को आप देखते रहिए और जैसे-जैसे लोगों को पता लग रहा है लोगों के बीच में कौ तोहल भी है कि भाई ये हो क्यों रहा है? क्या वजह है ? इस गड्ढे के धसने की अचानक से ऐसा क्या हुआ ? कि ये कल तक जो जमीन हुआ करती थी ।

वहां पर आज एक 70 फीट का गड्ढा हो गया है तो जितने मुंह उतनी बातें अभी तक निकल कर सामने आ रही हैं।

लोगों का बड़ा दर :

लोग डरे हुए हैं दहशत में हैं और इस बात का डर सबसे ज्यादा लोगों के मन में है कि कहीं ऐसा ना हो कि ये जो दायरा है इस गड्ढे का ये बढ़ता बढ़ता उनके गांव को भी अपनी चपेट में ले ले और ऐसा ना हो कि उनका पूरा का पूरा गांव इस इस गड्ढे में समा जाए ।

वहीं कई लोग ऐसे हैं जो इसे देवी आपदा भी मान रहे हैं इसे देवी का प्रकोप कह रहे हैं यहां पुरानी सभ्यताएं भी खु में निकलती रही हैं ।

क्या यहां भी किसी सभ्यता के अवशेष मिलेंगे या फिर प्राकृतिक गैस का भंडार है सबके अपने-अपने तर्क हैं अपने-अपने सवाल हैं लेकिन पुख्ता तरीके से अभी तक कोई भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया कि ये हो क्यों रहा है अब वैज्ञानिक कारण तो जांच के बाद ही पता चलेगा।

गढ्ढे की खबर PM मोदी तक पहुचाई गई:

इधर लूण कण सर के एक सामाजिक कार्यकर्ता श्रियांश बैद ने इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को भी एक पत्र भेजा है और इसकी वैज्ञानिक तरीके से जांच करवाने की मांग की गई है उनका कहना है कि ये प्राकृतिक आपदा है जिसकी जांच होनी चाहिए ताकि आने वाले वक्त में किसी बड़े हादसे से बचा जा सके फिलहाल रेगिस्तानी इलाके में जमीन धसने की इस घटना से लोग गोत हल में भी हैं डरे हुए भी हैं और कई लोग हैं जो यहां पहुंचकर रील भी बना रहे हैं अब इस गड्ढे के धंसने का सच क्या है ये जानना बहुत जरूरी है ।

खबर की जांच पर्ताल :

राजस्थान में पाताल का द्वार बन गया है ये खबर राइट है या रॉन्ग यानी कि सही है या गलत इसकी पड़ताल की हमारी सहयोगी बीकानेर संवाददाता भवानी जोशी ने उनकी रिपोर्ट आप देखिए तब पता चलेगा कि उन्होंने एटली वहां पाया क्या किस वजह से यह गड्ढा हुआ है गड्ढा जो है पहली बार नहीं बना पूर्व में बीकानेर जिले के नापास इलाके में भी इस तरह से गड्ढा हो गया इससे इस गड्ढे को सिं होल कहा जाता है सिं होल य के बारे में ये कहा जा रहा है कि सिंहोल वो है ।

जो पानी का ठहराव अधिक हो और नीचे कंक्रीट हो तो यह पानी धीरे धीरे रसता जाता है जिसके कारण इस तरह से घटना हो जाती है लेकिन लोग जिस अ फैला रहे हैं कि ये पाताल का कुआ है यह पाताल का कुआ ना होकर सिंक होल है वैज्ञानिकों का भी कहना है कि सिंक होल है यह क्या है ।

ज्यादातर वारिश के इलाके में इस तरह से जो है पानी इकट्ठा हो जाता है और जो धीरे-धीरे पानी रचता है और वहां कंक्रीट होने नीचे कंक्रीट होने के कारण जो है इस तरह से गड्डा हो जाता है लेकिन जो पाताल लोक के बारे में जिस तरह से भ्रम फैल रहा है वो बिल्कुल गलत है यह पाताल लोक नहीं है सिं होल है और इस सिं होल के चारों तरफ से जिला प्रशासन ने उसके तारबंदी कर दी और किसी तरह से आसपास लोगों को से पूरी तरह से रोक दिया गया है साथ ही इस गड्ढे के बारे में कुछ और भी जानकारियां इकट्ठी कर रहे हैं ।

भवानी जोशी यानी कि एक बात तो साफ है कि इतना बड़ा गड्ढा जो आप इन तस्वीरों में देख रहे हैं यह रातोंरात बन गया है लेकिन यह धरती के अंदर जाने वाला यह पाताल जाने वाला रास्ता है ।

इस गढ्ढे को लेकर तमाम सवाल:

इस बात को लेकर तमाम तरीके के सवाल खड़े हो रहे हैं आपने अभी हमारे संवाददाता की रिपोर्ट भी वहां से देखी है जो उन्होंने बीकानेर से भेजी है इस रिपोर्ट से यह क्लियर हो गया है कि रातोंरात ये गड्ढा हुआ है यानी कि लोग जो डर रहे हैं घबरा रहे हैं कि भाई ये क्या हो गया ये तय है कि वहां पर कुछ तो हुआ है ।

लेकिन ये धरती के अंदर पाताल लोग जाने का रास्ता नहीं है सोशल मीडिया पर फैलाई गई ऐसी बातों को लेकर ही हम आपसे ये कहना चाहेंगे कि इस तरह की बातों से बचना चाहिए हां ये हो सकता है कि कोई पुरानी सभ्यता के अवशेष यहां पर जरूर मिल सकते हैं या फिर गैस के भंडार मिल सकते हैं लेकिन ये सब कुछ तब होगा ।

जब जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के वैज्ञानिक इसके बारे में कुछ भी क्लेरिफाई कर पाएंगे बता पाएंगे लिहाजा राजस्थान में ये पाताल का द्वार बन गया है या फिर यह जो गड्ढा है यह आपको पाताल तक लेकर जाता है ।

इस तरह की अवाए जो चल रही थी इस गड्ढे को लेकर इस 70 फीट के गड्ढे को लेकर यह खबर हमारी इस पड़ताल में रंग साबित हुई गड्ढा है लेकिन यह पाताल तक ले जाएगा पाताल का द्वार है ऐसी खबर में कोई भी सच्चाई नहीं

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