Lok Sabha Election 2024: AI Deepfake बनाने का खतरा – एक बड़ा संकट?

uditchaurasia
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Lok Sabha Election 2024:

भारत में लोकसभा चुनाव Lok Sabha Election 2024 के बीच तमाम पॉलिटिकल पार्टीज वोटर्स का ध्यान आकर्षित करने के लिए बड़ी-बड़ी जनसभाएं कर रही हैं डोर टू डोर कैंपेन कर रही हैं और बैनर होर्डिंग्स लगा रही हैं सोशल मीडिया के जरिए भी प्रचार अभियान किया जा रहा है लेकिन आजादी के बाद यह पहला लोकसभा चुनाव है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई के बढ़ते हुए असर के बीच हो रहा है।

Lok Sabha Election मे AI का उपयोग :

इस बार Lok Sabha Election 2024 में एआई और टेक्नोलॉजी का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है और इसके मिसयूज होने की खबरें भी सामने आ रही हैं बीते दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का एक डीप फेक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें अमित शाह एससी और एसटी रिजर्वेशन को खत्म करने की बात कहते नजर आ रहे थे यह एक एडिटेड वीडियो था इसे लेकर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल समेत 16 लोगों पर केस दर्ज किया है ।

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योगी आदित्यनाथ का deepFake :

अमित शाह के बाद अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी डीप फेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है यूपी एसटीएफ ने इस मामले में एक्शन लेते हुए डीप फेक वीडियो फैलाने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और लोगों से इस तरह की वीडियो शेयर नहीं करने की अपील की है ।

जानिए किस तरह उपयोग किया जा रहा AI DeepFake :

लोकसभा चुनाव 2024 में एआई का इस्तेमाल किया जा रहा है और इससे लोगों में किस तरह के भ्रम फैल रहे हैं चलिए शुरुआत करते हैं लोकसभा चुनाव Lok Sabha Election 2024 में कई तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल की खबरें सामने आ रही हैं एक तरफ इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया टेक्नोलॉजी की मदद से चुनाव प्रक्रिया को आसान बनाने की कोशिश कर रहा है ।

वहीं दूसरी तरफ एआई के जरिए डीप फेक वीडियोस भी सर्कुलेट किए जा रहे हैं गृहमंत्री अमित शाह के डीप फेक वीडियो के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फेक वीडियो ने साइबर इंडस्ट्री के जानकारों को भी हैरान कर दिया है इस डीप फेक वीडियो में 2019 में हुए पुलवामा हमले को ले भ्रामक बातें कही गई इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने डीप फेक वीडियो फैलाने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है ।

DeepFake क्या है? 

डीप फेक वीडियो की बात करें तो यह एक डिजिटली अल्टर्ड वीडियो है जिसका इस्तेमाल भ्रामक जानकारी फैलाने के मकसद से किया जाता है यह एआई और टेक्नोलॉजी के जरिए किसी भी इंसान के चेहरे और आवाज को किसी दूसरे व्यक्ति के साथ बदल देता है इस बार के लोकसभा चुनाव में नेताओं की क्लोन आवाजें तैयार करने से लेकर नेताओं के डिजिटल एटर तक क्रिएट किए जा रहे हैं।

Lok Sabha Election 2024: चुनावी कैंपेन में एआई मॉडल्स का भी इस्तेमाल किया जा रहा है यह एआई मॉडल्स पार्टी के चुनावी वादों से लेकर मेनिफेस्टो तक अलग-अलग भाषाओं में लोगों तक पहुंचाने में सक्षम है पारंपरिक पोशाक पहने राजनेताओं के इन डिजिटल एटर्स ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है तेलुगु देशम पार्टी की एआई एंकर वैभवी के वीडियोस काफी वायरल हो रहे हैं ।

यह एआई एंकर अपने इसके अलावा एक एआई एंकर टीडीपी का घोषणा पत्र तेलुगु भाषा में पड़ता दिखाई दिया था जिसने काफी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था इसी तरह कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने भी हाल ही में अपनी एआई एंकर समता लॉन्च की है।

पर इन सब में दिलचस्प बात यह रही कि एआई तकनीक की मदद से तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एमजीआर जे जयललिता और विजयकांत के भी डिजिटल एटर्स क्रिएट किए गए और उनके जरिए वोटर्स को लुभाने की भी कोशिश की गई एक आईए डीएम के ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से हाल ही में जय ललिता का एक एआई वॉइस जनरेट किया था।

Lok Sabha Election 2024
Lok Sabha Election 2024

जिसमें उन्होंने लोगों से पार्टी नेता एड पाडी पलानी स्वामी को सपोर्ट करने का आग्रह किया था कुल मिलाकर एआई की मदद से एक तरफ तो पॉलिटिकल पार्टी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है वहीं दूसरी ओर इसका जमकर मिसयूज भी हो रहा है इसके जरिए अक्सर मतदाताओं को गुमराह किया जा रहा है और गलत जानकारियां फैलाई जा रही हैं कुछ वक्त पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कांग्रेस से इस्तीफे का आरोप लगाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था।

इसमें एआई जेनरेटेड क्लोन आवाज का इस्तेमाल किया गया था दरअसल इस वीडियो में राहुल गाँधी Lok Sabha Election 2024 के दौरान नामांकन पत्र दाखिल करने जा रहे थे लेकिन इसे एआई के जरिए फैब्रिकेट कर दिया गया इसके अलावा चुनाव में एआई का इस्तेमाल पॉलिटिकल सैटायर बनाने के लिए भी किया जा रहा है बीजेपी ने अपने एक चुनावी विज्ञापन में राहुल गांधी ममता बैनर्जी और अखिलेश यादव सहित कई विपक्षी नेताओं की आवाज और चेहरों से मिलता-जुलता एक एआई वीडियो जारी किया था ।

जिसके बाद सोशल मीडिया में एआई के जरिए मीम वॉर शुरू हो गया इसके जवाब में कांग्रेस ने भी अपने इसे रोकने और इसके खिलाफ कानून बनाने की बात ने भी जोर पकड़ा खुद इंडस्ट्री के महानायक अमिताभ बच्चन ने इस पर कानून बनाए जाने की मांग की थी बात करें भारत सरकार की तो हाल ही में आईटी मिनिस्टर राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि भारत सरकार डीप फेक से निपटने के लिए खड़े कानून बना रही है ।

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